CAIT writes letter to 50 industrialists, including Ambani-Tata, for boycott of Chinese goods
चीनी माल के बहिष्कार के लिए CAIT ने अंबानी-टाटा सहित 50 उद्योगपतियों को लिखा लेटर
The Confederation of All India Traders (CAIT), an association of retail traders, has written letters to 50 stalwarts like Mukesh Ambani, Ratan Tata and demanded that they support the Buycot China campaign. Kat had previously written a letter to many chief ministers, politicians, Bollywood celebrities and cricketers.
- CAIT is running a boycott campaign for Chinese goods in the country
- The organization sought cooperation by writing letters to industrialists
The campaign to boycott Chinese goods is gaining momentum amid the anti-China atmosphere in the country. After the leaders, celebrities, the Confederation of All India Traders (CAIT), an association of retail traders, has now written a letter to 50 veteran businessmen like Mukesh Ambani, Ratan Tata and demanded that they support the Boycott China campaign.
Kat had previously written a letter to many chief ministers, politicians, Bollywood celebrities and cricketers. Now CAT has written about 50 top industrialists like Mukesh Ambani, Ratan Tata, Adi Godrej, Azim Premji, Kumar Mangalam Birla and Anand Mahindra.
Significantly, in view of the Corona virus crisis and tensions between India and China on the border, CAT is constantly campaigning for boycott of Chinese goods. On July 15, 20 soldiers of our country died on the border with China. Since then, the anti-China atmosphere in the country is at its peak.
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What did CAIT say
In a letter to these industry husbands, CAIT general secretary Praveen Khandelwal has said, "We believe that the people of India consider you successful entrepreneurs and industry leaders. Therefore, we are happy to invite you to be your precious partner. I humbly request you to join this campaign wholeheartedly and give your full support to this mass movement. This is a game-changing campaign that can reshape India's journey to become a global super power and reduce China's dominance.
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Among the industry husbands who have written letters to CAT are Infosys founder Narayana Murthy, Gautam Adani, Ajay Piramal, Vikram Kirloskar, Sunil Bharti Mittal, Rahul Bajaj, Shiv Nadar, Palonji Mistry, Uday Kotak, Nusli Wadia, Shashi Ruia, Madhukar Parekh , Harsh Mariwala, Dr. Satish Reddy, Pankaj Patel and Nilesh Gupta are also included.
What is the problem
Significantly, there is confusion in the industry about the boycott of Chinese goods in the country. In many sectors such as smartphones, pharmaceuticals, renewable energy and automobiles, the Indian industry is largely dependent on China's imports. It is not possible to change this condition immediately and it may take many years to become self-sufficient.
खुदरा व्यापारियों के संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने मुकेश अंबरी, रतन टाटा जैसे 50 दिग्गज कारोबारियों को लेटर लिखकर मांग की है कि वे बकरोट चीन अभियान का समर्थन करें। कैट ने इससे पहले कई मुख्य अभिनेताओं, नेताओं, बॉलीवुड सेलेब्रिटीज और क्रिकेट खिलाड़ियों को लेटर लिखा था।
- CAIT चला गया देश में चीनी माल के बहिष्कार का अभियान
- संगठन ने उद्योगपतियों को लेटर लिखकर मांगा सहयोग
देश में चीन विरोधी माहौल के बीच चीनी माल के बहिष्कार का अभियान जोर पकड़ रहा है। खुदरा व्यापारियों के संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने नेताओं, सेलेब्रिटीज के बाद अब मुकेश अंबानी, रतन टाटा जैसे 50 दिग्गज कारोबारियों को लेटर लिखकर मांग की है कि वे बकरकोट चीन अभियान के समर्थन की पेशकश करें।
कैट ने इससे पहले कई मुख्य अभिनेताओं, नेताओं, बॉलीवुड सेलेब्रिटीज और क्रिकेट खिलाड़ियों को लेटर लिखा था। अब कैट ने मुकेश अंबानी, रतन टाटा, आदि गोदरेज, अजीम प्रेमजी, कुमार मंगलम बिड़ला और आनंद महिंद्रा जैसे 50 शीर्ष उद्योगपतियों को लेकर लिखा है।
गौरतलब है कि कोरोनावायरस बीमारी और सीमा पर भारत-चीन के बीच तनाव को देखते हुए शोरूम लगातार चीनी माल के बहिष्कार का अभियान चला गया है। गत 15 जुलाई को चीन से शुरू हुई सीमा पर हमारे देश के 20 युवा शहीद हो गए। इसके बाद से ही देश में चीन विरोधी माहौल चरम पर है।
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क्या कहा सीएआईटी ने
सीएआईटी के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने इन उद्योग पतियों को लिखित लेटर में कहा है, 'हमारा मानना है कि भारत के लोग आपको सफल उद्यमी और उद्योग का अगुआ मानते हैं। इसलिए हम आपको अपना कीमती साझेदार बनाने का आमंत्रण देने में खुशी महसूस कर रहे हैं। आपसे विनम्र निवेदन है कि तहे दिल से इस अभियान में शामिल हों और इस जन आंदोलन को अपना पूरा सहयोग दें। यह एक खेल बदलने वाला अभियान है जो भारत के ग्लोबल सुपर पावर बनने की यात्रा को नए आकार दे सकता है और चीन का प्रभुत्व कम कर रहा है। '
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कैट ने जिन उद्योग पतियों को लेटर लिखा है उनमें इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति, गौतम अडानी, अजय पीरामल, विक्रम किर्लोस्कर, सुनील भारती मित्तल, राहुल बजाज, शिव नाडर, पलोनजी मिस्त्री, उदय कोटक, नुस्ली वाडिया, शशि रुइया, मधुकर पारेख , हर्ष मारीवाला, डॉ। सतीश रेड्डी, पंकज पटेल और नीलाश गुप्ता भी शामिल हैं।
क्या समस्या है
गौरतलब है कि देश में चीनी माल के बहिष्कार को लेकर उद्योगजगत में भ्रम की स्थिति है। स्मार्टफोन, फार्मास्युटिकल्स, रीन्यूएबल एनर्जी और अटोबाइल्स जैसे कई सेक्टर में भारतीय उद्योग काफी हद तक चीन के आयात पर ही निर्भर है। इस हालत को तत्काल बदलना संभव नहीं है और ये आत्मनिर्भर बनने में कई साल लग सकते हैं।