#DeshKaSandesh पर अपने शहर के नाम के साथ Comment कीजिए
युद्ध के साथ ही आयात निर्यात भी पूरी तरह बन्द हो। जीवनुपयोगी हर चीज हमारे ही देश मे है। अगर जरूरत पड़े भी तो दूसरे मित्र देशों की वस्तुएं ले हर कोई।ये अकेले सरकार को नही बल्कि हमारी भी जिम्मेदारी है।हमे जापानियों जैसा बनना होगा। जापानी आज भी अमेरिकन वस्तु नही इस्तेमाल करते।
बड़े व्यपारियो को चाहिए कि वह चाइना के सामान का बहिष्कार करें.. न उनके पास माल होगा न छोटा दुकानदार खरीदेगा और न जनता दुकान से खरीदेगी। हिंदुस्तान मे चल रही सभी चीनी कंपनियों पर 70% टेक्स बढ़ाया जाये।जब शराब पर 70% लग सकता है तो चाइना के सामान पर क्यों नहीं।हमारे हिन्दूस्तान की सरकार को सबसे पहले tik tok ,pubg जैसे Application और चाइनीज आइटम पर रोक लगा देनी चाहिए जहा तक बात बर्डर की है वहा अपनी सारी ताकतो को लगा देना चाहिए उनकी छोटी सी हरकत का बडा जवाब देना है।
अब भारत को चीन से कोई संबंध नहीं रखना चाहिए ऐसा करने से वो आधा हो जाएगा इसके बाद उसको उसकी भाषा में समझाना चाहिए वो एक मारेगा हम बीस मारेगें की नीती पर वर्क करना होगा भारत को हमे अब डर से आगे होकर लड़ना होगा वरना इस तकलीफ का अंत कभी नहीं होगा।
#deshkasandesh
युद्ध के साथ ही आयात निर्यात भी पूरी तरह बन्द हो। जीवनुपयोगी हर चीज हमारे ही देश मे है।
अगर जरूरत पड़े भी तो दूसरे मित्र देशों की वस्तुएं ले हर कोई।
ये अकेले सरकार को नही बल्कि हमारी भी जिम्मेदारी है।हमे जापानियों जैसा बनना होगा। जापानी आज भी अमेरिकन वस्तु नही इस्तेमाल करते।
बड़े व्यपारियो को चाहिए कि वह चाइना के सामान का बहिष्कार करें.. न उनके पास माल होगा न छोटा दुकानदार खरीदेगा और न जनता दुकान से खरीदेगी।
हिंदुस्तान मे चल रही सभी चीनी कंपनियों पर 70% टेक्स बढ़ाया जाये।
जब शराब पर 70% लग सकता है तो चाइना के सामान पर क्यों नहीं।
हमारे हिन्दूस्तान की सरकार को सबसे पहले tik tok ,pubg जैसे Application और चाइनीज आइटम पर रोक लगा देनी चाहिए
जहा तक बात बर्डर की है वहा अपनी सारी ताकतो को लगा देना चाहिए उनकी छोटी सी हरकत का बडा जवाब देना है।
अब भारत को चीन से कोई संबंध नहीं रखना चाहिए ऐसा करने से वो आधा हो जाएगा इसके बाद उसको उसकी भाषा में समझाना चाहिए वो एक मारेगा हम बीस मारेगें की नीती पर वर्क करना होगा भारत को हमे अब डर से आगे होकर लड़ना होगा वरना इस तकलीफ का अंत कभी नहीं होगा।
#deshkasandesh